UPSC Polity Gk In Hindi

 Polity Gk Questions UPSC CDS/NDA/PRE


प्रश्नः- नए वित्त वर्ष के प्रारंभ में भारत सरकार की अस्थाई और चालू अपेक्षाओं की पूर्ति के ले कार्यपालिका को अग्रिम अनुदान दिया जाता है जब तक कि इन मांगो को विधान-मंडल द्वारा मतदान से पारित नही किया जाता है ।

          अ) प्रत्ययानुदान

          ब) लेखानुदान

          स) विनियोग विधेयक

          द) अग्रिम लेखा

उत्तरः- जिस वर्ष लोकसभा के चुनाव होते है , सरकार पूर्ण बजट पेश नहे करती है , बल्कि अंतरिम बजट जारी करती है।

          अनुच्छेद 116 के अनुसार लेखानुदान नया वित्तीय वर्ष शुरु होने तक अल्पकालिक खर्चों को कवर करने के लिए एक अग्रिम अनुदान है ।

          अनुच्छेद 226 में भारत की समेकित निधि करों और ऋणों सहित केन्द्र सरकार द्वारा उत्पन्न सभी राजस्व रखती है। उचित कानूनी मंजूरी के बिना इस फंड तक पहुंच नहीं बनाई जा सकती है।

प्रश्ननः- निम्नलिखित में से संयुक्त राष्ट्र संधारणीय विकास लक्ष्य कौन सा है ।

          1. अच्छा कार्य और आर्थिक संवृद्धि

          2. शांति, न्याय और सूदृढ़ संस्थाएं

          3. उत्तर दायित्व पूर्ण उपभोग और उत्पादन

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए

अ) केवल 1 एव 2

ब) 1 2 और 3

स) केवल 2

द) केवल 1 और 3

उत्तर – सतत विकास लक्ष्य को 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा गरीबी को समाप्त करने, ग्रह की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए सार्वभौमिक आह्नन के रुप में अपनाया गया है । 17 एसडीजी एकीकृत है— सही उत्तर  1 , 2 और 3

SDG – 1

गरीबी समाप्त करना

SDG – 2

भुखमरी की समाप्ति

SDG – 3

अच्छा स्वास्थ्य और जीवन स्तर

SDG – 4

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

SDG – 5

लैंगिक समानता

SDG – 6

साफ पानी और स्वच्छता

SDG – 7

सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा

SDG – 8

अच्छा काम और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना

SDG – 9

उद्योग नवाचार और बुनियादी ढांचे का विकास

SDG – 10

असमानता को समाप्त करना

SDG – 11

समावेशी शहरी और सामुदायिक विकास

SDG – 12

जिम्मेदारी के साथ उपभोग और उत्पादन

SDG – 13

जलवायु परिवर्तन

SDG – 14

महासागरों, समुद्रों और समुद्री जल संसाधनों का संरक्षण

SDG – 15

भूमि पर जीवन परिस्थितिकी तंत्र का सतत उपयोग

SDG – 16

शांतिपूर्ण और समावेशी समाज को बढ़ावा और सभी तक न्याय की पहुंच

SDG – 17

लक्ष्य प्राप्ति में सामुदायिक सामूहिक साझेदारी